File size: 2,406 Bytes
2ffb483
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
018ca79
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
2ffb483
 
1
2
3
4
5
6
7
8
9
10
11
12
13
14
15
16
17
18
19
20
21
22
23
24
25
26
27
28
29
30
31
32
33
34
35
36
37
38
39
40
41
42
43
44
45
46
47
48
49
50
51
52
53
[
  {
    "poet": "कबीर",
    "category": "दोहा",
    "poem": "साँच बराबरि तप नहीं, झूठ बराबर पाप।\nजिसका मन साँच है, तिसका सब जग आप॥"
  },
  {
    "poet": "तुलसीदास",
    "category": "भक्ति",
    "poem": "श्रीरामचंद्र कृपालु भज मन, हरण भवभय दारुणम्।"
  },
  {
    "poet": "सूरदास",
    "category": "भक्ति",
    "poem": "मैया मोरी मैं नहीं माखन खायो।"
  },
  {
    "poet": "हरिवंश राय बच्चन",
    "category": "प्रेरणादायक",
    "poem": "कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।"
  },
  {
    "poet": "मीराजी",
    "category": "ग़ज़ल",
    "poem": "राहें दिल की इश्क़ की, हमें भी ख़ुदा ने सिखाई हैं।"
  },
  {
    "poet": "रवींद्रनाथ ठाकुर",
    "category": "कविता",
    "poem": "चाहे तो मैं दिन को, रात बना दूं।\nचाहे तो मैं अपनी ख़ुशियाँ तुमसे जोड़ दूं।"
  },
  {
    "poet": "जयशंकर प्रसाद",
    "category": "रचनात्मक",
    "poem": "नयन में बसी हुई चित्रकारी, जीवन को सजाने का हौसला।"
  },
  {
    "poet": "निराला",
    "category": "हास्य",
    "poem": "हर दिन एक नयी नज़र से, क्या देखें हमें विचारों में।"
  },
  {
    "poet": "बशीर बद्र",
    "category": "ग़ज़ल",
    "poem": "वो ख्वाब भी अधूरा था, जो हमें हमेशा सच्चा लगता था।"
  },
  {
    "poet": "राहत इंदोरी",
    "category": "ग़ज़ल",
    "poem": "कभी किसी को मुकम्मल जहाँ नहीं मिलता,\nकहाँ कहीं ऐसा, यहाँ नहीं मिलता।"
  }
]